Sunday, May 12, 2013

tum

मैं बहुत खुदगर्ज़ हूँ यह जानता हूँ मैं ,
इसलिए बस दिल को अपना मानता हूँ मैं।
तुम जमाने से डरो  डरना तुम्हारा काम है ,
ज़माने की हैसियत पहचानता हूँ मैं।

2 comments:

  1. बहुत ही सुन्दर भावनात्मक अभिव्यक्ति .

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