मेरे खाबों की मलिका हो , रानी हो तुम ,
मेरे दिल की तमन्ना पुरानी हो तुम .
मैं मुकम्मल बहारों को बाँहों में ले ,
चलता आया हूँ तुमको निगाहों में ले .
मेरे जीवन की अंतिम जवानी हो तुम ,
मेरे दिल की ................................ ..
चाँद-तारों से भी खूबसूरत हो तुम ,
एक लचकती मचलती सी मूरत हो तुम .
मेरे यौवन की अंतिम रवानी हो तुम .
मेरे दिल की .................................... ..
मोरनी - हिरनियों सी चहकती हो तुम ,
सौ गुलाबों -सी हर पल महकती हो तुम .
मेरी साँसों की सरगम सुहानी हो तुम .
मेरे दिल की ................................... ..
यूं तितलियों, परिंदों -सी उडती हो तुम ,
मेरी आहों को सुन-सुन के मुडती हो तुम .
रंगे उल्फत की अंतिम निशानी हो तुम ,
मेरे दिल की ..................................... ..
तुम किसी रोज ऐसी भी जुर्रत करो ,
लब को लब से मिलाने की हिम्मत करो .
मैं तुम्हें यूं जकड़ता ,पकड़ता रहूँ
और तू खुद को छुडाने की शिद्दत करो .
उम्र के दूर जाने से पहले मिलो
मेरे पतझड़ के आने से पहले मिलो .
एक हसीं शोख चंचल कली हो मगर
मेरी बाहों की शाखों पे आकर खिलो .
इश्क की मेरी अंतिम कहानी हो तुम .
मेरे दिल ........................................ ..
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